Search This Blog

Thursday, October 14, 2010

ताऊजी को विपुल बधाई


ढ़ेर सारी बधाई के साथ ताऊजी चरणवन्दना स्वीकार करें। आपका ब्लॉग देखकर मजा आ गया। मैं आपका ब्लॉग रोज देखता हूँ।
रंग-बिरंगे गुब्बारे
नभ में उड़ते सारे
प्रीत पावस बटोरें
नभ के तारे तोरें
नीरवमन के प्यारे
स्नेह से बंधे सारे
देखें जन धरनिठारे
घर आँगन औ, द्वारे
प्यारे प्यारे गुब्बरे
ताऊ के मन के सारे।
- अमित

No comments: