यह मंच आपका है आप ही इसकी गरिमा को बनाएंगे। किसी भी विवाद के जिम्मेदार भी आप होंगे, हम नहीं। बहरहाल विवाद की नौबत आने ही न दैं। अपने विचारों को ईमानदारी से आप अपने अपनों तक पहुंचाए और मस्त हो जाएं हमारी यही मंगल कामनाएं...
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Wednesday, May 2, 2012
शोकसंदेश
अभी-अभी
मुझे मेरे मित्र सुकवि अऱुण सागर ने सूचना दी है कि उनकी पूज्य माताजी का
स्वर्गवास हो गया है। वे कई दिनों से बीमार चल रही थीं। इस शोक की घड़ी में
हम सभी मित्र उनके साथ हैं और ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए
प्रार्थना करते हैं।
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