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Monday, December 28, 2009

सापेक्ष प्रकाशन उत्कृष्ट साहित्य के प्रकाशन को प्रतिबद्ध


सुरेश नीरव सुरेश नीरव सुरेश नीरव 
किताबें-किताबें-किताबें-किताबें-किताबें-किताबें

सापेक्ष
सापेक्ष प्रकाशन उत्कृष्ट साहित्य के प्रकाशन को प्रतिबद्ध 
एक जीवंत संस्थान
सुरेश नीरव की प्रकाशित कृतियां
शब्द नहीं हैं हम (सजिल्द)--------मूल्य-100 रुपए
उत्तरार्ध कविता (सजिल्द)--------मूल्य-100 रुपए
सद्भाव कविता (सजिल्द)--------मूल्य-100 रुपए
भोर के लिए (सजिल्द)--------मूल्य-100 रुपए
संवेदना के स्वर (सजिल्द)--------मूल्य-100 रुपए
पोयट्री ऑफ सुरेश नीरव (सजिल्द)--------मूल्य-100 रुपए
पोयटिक इलेक्ट्रान्स (सजिल्द)--------मूल्य-100 रुपए
             इक्कीसवीं सदी की दृष्टि (सजिल्द)--------मूल्य-100 रुपए
जहान है मुझमें (सजिल्द)--------मूल्य-100 रुपए
मज़ा मिलेनियम (सजिल्द)--------मूल्य-100 रुपए
ततपश्चात (सजिल्द)--------मूल्य-150 रुपए
पश्यंती (सजिल्द)--------मूल्य-150 रुपए
                           सापेक्ष
                                              आई-204,गोविंदपुरम गाज़ियाबाद 

मन प्रसन्न हो गया


 आज बहुत दिनों बाद ब्लॉग पर आया  और अपने मित्रों का रचनात्मक योगदान  देखा तो मन प्रसन्न हो गया। खासकर के मकबूलजी, प्रदीप शुक्ला, अरविंद पथिक,अनिल गुप्ता और राजमणि का। मकबूलजी  आपने सईद राही के ये शेर अच्छे पढ़वाए-
तू अगर छोड़ के जाता है तो क्या
हादसे रोज़ हुआ करते हैं।

नाम उनका, न कोई उनका पता
लोग जो दिल में रहा करते हैं।
इधर अरविंदजी ने भी बढ़िया रचना लिखी है। ख़ासकर ये पंक्तियां-
सिर्फ,इतनी आस में
शायद कभी तुम मुड के आओ
देखकर के मोड खाली
सडक खाली
तुम कहीं फिर मुड न जाओ
तुम वहीं फिर मुड न जाओ
मैं सडक पकडे खडा हूं
यह सडक का मोड मुझको प्राण से ज्यादा सगा है
यों बरसों-बरस इसने
मुझको सताया है..।
प्रदीप शुक्ला ने अरऱिया से प्रकाशित होनेवाली साहित्यिक पत्रिका संवदिया की अच्छी समीक्षा की है। बधाई.
कर्नल विपिन चतुर्वेदी ने क्रिसमस की बधाइयां दी हैं, हम सभी ब्लॉगर बंधुओं की ओर से उन्हें अभी से ही नववर्ष की अग्रिम बधाइयां। 
शुभेच्छु
पं. सुरेश नीरव 


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