यह मंच आपका है आप ही इसकी गरिमा को बनाएंगे। किसी भी विवाद के जिम्मेदार भी आप होंगे, हम नहीं। बहरहाल विवाद की नौबत आने ही न दैं। अपने विचारों को ईमानदारी से आप अपने अपनों तक पहुंचाए और मस्त हो जाएं हमारी यही मंगल कामनाएं...
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Saturday, December 4, 2010
बधाई मेरी भी
मैं कभी.... श्री ज्ञानेन्द्र चतुर्वेदीजी से मिली नहीं हूं मगर जयलोकमंगल के एक सदस्य होने के नाते मैं भी इस मुबारक मोके पर अपनी शुभकामनाएं देने का हक तो रखती ही हूं। बधाई स्वीकारें। डाक्टर प्रेमलता नीलम
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