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Monday, October 10, 2011

आवाज के साधक को शत-शत नमन..


मखमली आवाज़ खो गई
गजलों की तरह नर्म-मुलायम आवाज के मालिक जगजीत सिंह जिन्होंने सारी दुनिया को संगीत के जरिए अपनी रूह से रु-ब-रू होना सिखाया था  वो स्वरों का सूफी आज फिर वापस अपने ठिकाने को रवाना हो गया। मगर उसकी बनाई आवाज की दुनिया हमें उसके वजूद का एहसास ता-उम्र कराती रहेगी। आवाज के साधक को शत-शत नमन..
कौन कहता है कि वो मर गया
सफर में था वापस अपने घर गया
-पंडित सुरेश नीरव

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