Search This Blog

Monday, October 24, 2011

शब्दिका ---
--------------------
दीपक
महंगे तेल के
बगैर खलता है ----
दिल
जलता है -----
----------------
दीप पर्व पर
ठहाका
लगाती महंगाई -----
चेहरा
पटक बम की तरह
ध्वस्त है ,बधाई -------
-----------------------
प्रकाश प्रलय कटनी -
----------------------------

No comments: