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Tuesday, January 10, 2012

साहित्य अकादेमी में मेरे झरोखे से कार्यक्रम

साहित्य अकादमी के सभागार में संस्मरण सुनाते हुए पंडित सुरेश नीरव
बाएं से- युगांक चतुर्वेदी,सौमैया,ब्रजेन्द्र त्रिपाठी,मध्य में दिविक रमेश,अनुभूति चतुर्वेदी पंडित सुरेश नीरव और अरविंद पथिक
साहित्य अकादमी के सभागार में सुप्रसिद्ध साहित्यकार जगदीश चतुर्वेदी को केन्द्र में रखकर मेरे झरोखे से कार्यक्रम के तहत प्रोफेसर दिविक रमेश ने एक विस्तृत आलेख पढ़ा। और उसके बाद उपस्थित अनेक रचनाकारों ने भी अपने संस्मरण शेयर किए। इस अवसर पर अकादेमी के सचिव प्रभाकर क्षोत्रिय,वीरेन्द्र सक्सेना,अर्चना त्रिपाठी अनुभूति चतुर्वेदी और युगांक चतुर्वेदी ने भी अपने संस्मरम सुनाए।  अकादेमी के उप सचिव ब्रजेन्द्र त्रिपाठी ने कार्यक्रम का संचालन किया। प्रोफेसर गंगाप्रसाद विमल और अरविंद पथिक भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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