यह मंच आपका है आप ही इसकी गरिमा को बनाएंगे। किसी भी विवाद के जिम्मेदार भी आप होंगे, हम नहीं। बहरहाल विवाद की नौबत आने ही न दैं। अपने विचारों को ईमानदारी से आप अपने अपनों तक पहुंचाए और मस्त हो जाएं हमारी यही मंगल कामनाएं...
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Monday, February 6, 2012
प्याले भर की लिए पिपासा चले नेक पीने वाला नेकी के पथ पर चल कैसे पहुंचेगा भोला भाला अरे झूठ की राह पकड़ ले आँख मूंदकर चलता जा प्याले भर की बात कहाँ फिर पा जाएगा मधुशाला
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