संत शिरोमणी श्रीश्री 1008 श्री प्रशांत योगीजी महाराज
जिस उदारता के साथ मेरे बारे में आपने बहुमूल्य वचन कहे हैं मैं उसके प्रति आपका अत्यंत आभाऱी हूं। अगर आप कुछ कविता की पंक्तियां भी इसमें डाल दें तो मैं इसका बड़ा होर्डिंग बनवा लूंगा। आपको मेरे शतशः प्रणाम..
पंडित सुरेश नीरव
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