अट्टहास करता है घाटा नए बजट के रंग में
ठुमके देने से क्या होगा यारो कटी पतंग में
ट्रेन छोड़ भागा त्रिवेदी ममताजी की जंग में
एक ट्रेन छुकछुक करती है खाली खड़ी सुरंग में
पेट्रोल अब मुंह चिढ़ाता हंसता डीजल व्यंग में
धक्कों से गाड़ी चलती है ले लैला को संग में
भिनिर-भिनिर कर मच्छर गाते गाना राग मलंग में
नीरवजी अब बदन खुजाते खटमल हुए पलंग में।
पंडित सुरेश नीरवठुमके देने से क्या होगा यारो कटी पतंग में
ट्रेन छोड़ भागा त्रिवेदी ममताजी की जंग में
एक ट्रेन छुकछुक करती है खाली खड़ी सुरंग में
पेट्रोल अब मुंह चिढ़ाता हंसता डीजल व्यंग में
धक्कों से गाड़ी चलती है ले लैला को संग में
भिनिर-भिनिर कर मच्छर गाते गाना राग मलंग में
नीरवजी अब बदन खुजाते खटमल हुए पलंग में।
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