कल मैं अपने गृह नगर ग्वालियर जा रहा हूं। परसों मुझे भांडेर जाना है। कल मेरे सम्माननीय कवि डॉक्टर जगदीश परमार ने एक गोष्ठी मेरे सम्मान में ऱखी है। इस बीच सुखद उपलब्धि यह भी है कि इस बार में लबधप्रतिष्ठ राजनीति विश्लेषक पीयूष चतुर्वेदी से भी मिल रहा हूं। कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर उनसे विमर्श भी निर्धारित है।
यह मंच आपका है आप ही इसकी गरिमा को बनाएंगे। किसी भी विवाद के जिम्मेदार भी आप होंगे, हम नहीं। बहरहाल विवाद की नौबत आने ही न दैं। अपने विचारों को ईमानदारी से आप अपने अपनों तक पहुंचाए और मस्त हो जाएं हमारी यही मंगल कामनाएं...
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Thursday, March 1, 2012
नीरवजी ग्वालियर में
कल मैं अपने गृह नगर ग्वालियर जा रहा हूं। परसों मुझे भांडेर जाना है। कल मेरे सम्माननीय कवि डॉक्टर जगदीश परमार ने एक गोष्ठी मेरे सम्मान में ऱखी है। इस बीच सुखद उपलब्धि यह भी है कि इस बार में लबधप्रतिष्ठ राजनीति विश्लेषक पीयूष चतुर्वेदी से भी मिल रहा हूं। कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर उनसे विमर्श भी निर्धारित है।
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