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Wednesday, March 7, 2012


आज फिर होली में
मिली कएं में भांग आज फिर होली में
काम हुए सब रॉंग आज फिर होली में

सजी-धजी मुर्गी की देख अदाओं को
दी मुर्गे ने बांग आज फिर होली में

करे भांगड़ा भांग उछलकर भेजे में
नहीं ज़मीं पर टांग आज फिर होली में

देख के कुश्ती मच्छर की गश खाते जो
बने वही किंगकांग आज फिर होली में

बोलचाल थी बंद हमारी धन्नो से
भरी उसी की मांग आज फिर होली में

करने लगे धमाल नींद के आंगन में
सपने ऊटपटांग आज फिर होली में

है धांसू-बिंदास जवानी शीला की
हुई मुन्नी बदनाम आज फिर होली में

हाथी और ये हाथ हैं घायल यू.पी. में
ठोंके साइकिल ताल आज फिर होली में
पंडित सुरेश नीरव

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