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Saturday, July 28, 2012

आदरणीय नीरव जी 
नमन 
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एक सौ एक प्रतिशत 
आपकी भावनाएं अनुकूल हैं *
जितनी मेहनत तिवारी जी की है ,
उससे कहीं ज्यादा मेहनत रोहित को 

यह बताने के लिए करना पड़ी ,
कि पिताजी आप ही मेरे पिता हैं ;;;;;;;
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**************प्रकाश प्रलय **************************************

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