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Tuesday, October 2, 2012

कृपया चूक सुधार लें।

गांधी जयंती पर हंसजी और प्रकाश प्रलयजी की रचनाएं ब्लॉग पर पढ़ी। मज़ा आ गया।
श्री हंसजी...
बबली वशिष्ठ सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति की सदस्य बनी हैं। लोकमंगल की नहीं। कृपया चूक सुधार लें। मेरे प्रणाम..
सुरेश नीरव

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