यह मंच आपका है आप ही इसकी गरिमा को बनाएंगे। किसी भी विवाद के जिम्मेदार भी आप होंगे, हम नहीं। बहरहाल विवाद की नौबत आने ही न दैं। अपने विचारों को ईमानदारी से आप अपने अपनों तक पहुंचाए और मस्त हो जाएं हमारी यही मंगल कामनाएं...
Search This Blog
Saturday, April 20, 2013
जानवर भी शर्मिंदा हैं
कंजक
जिमाना और कन्यापूजन हमारी संस्कृति का गौरवशाली पक्ष है। मगर इसी पवित्र
दिन एक मासूम गुड़िया के साथ देश की राजधानी में हुआ दुष्कर्म हमें सोचने
को विवश करता है कि- हम क्या थे, हम क्या हैं और क्या हम होंगे अभी???
No comments:
Post a Comment