Search This Blog

Saturday, July 27, 2013

कविसम्मेलन के बाद..

पंडित सुरेश नीरव
कविसम्मेलन के बाद..
25 जुलाई को सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति के तत्वावधान में जो कवि सम्मेलन गोवर्धन विद्यानिकेतन में हुआ उसके बारे में जब मैंने गहराई से सोचा कि तो लगा कि कविता की दृष्टि से इतना सार्थक आयोजन मैंने क्या पहले भी कभी देखा-सुना था। बड़े-बड़े काविसम्मेलनों में जहां आजकल चुटकुलेबाजी और फूहड़ हास्य ही हावी रहता है इस कार्यक्रम ने अपनी अलग ही हाजिरी दर्ज़ कराई। इसके लिए मैं आपने बड़े भाई आदरणीय पंडित सुरेश नीरव का आभारी हूं जिनके सार्थक परामर्श से हमें अच्छे कवि और शायर उपलब्ध हो सके। हरदा से आए सुखदेव पांडे सरल और उत्तराखंड से आए नीरज नैथानी का तो मैं विशेष आभारी हूं। आयोजन के संयोजक ट्रू मीडिया के संपादक ओमप्रकाश प्रजापति का और उनकी पूरी टीम को भी मैं हार्दिक धन्यवाद देना चाहूंगा जिन्होंने आयोजन की सफलता के लिए कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ी। मीडिया का भी आभारी हूं जिसने इस समाचार को व्यापक बनाकर इसके उद्देश्य को और विराट कर दिया। उन कवियों और शायरों का कृतज्ञ हूं जिन्होंने अपनी रचनाओं से आयोजन की गरिमा में श्रीवृद्धि की। पूनम माटिया और राहुल पांडे ने इसकी शानदार रिपोर्टिंग की मैं उन्हें भी प्रणाम करता हूं। श्रोताओं का भी आभार जिन्होंने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम में जीवन संचार किया। मैं और मेरा विद्यालय इस सफल सारस्वत आयोजन के कारण अपने को गौरवान्वित अनुभव कर रहे हैं।

No comments: