मकबूलजी,आपकी भेजी विस्तृत रिपोर्ट भी पढ़ी और नीरवजी का रिपोर्ताज भी। आपने अपनी पूरक रिपोर्ट में नीरवजी की तीन पुस्तकों का नाम नहीं दिया, शायद आप भूल गए। मैं उन तीनों पुस्तों के नाम दे रहा हूं,जिनका कि विमोचन मुंबई में हुआ था- ० मज़ा मिलेनियम ० पश्यंती ० तत्पश्चात
आशा है कि आप इसे संज्ञान में ले सकेंगे।
भगवान सिंह हंस
No comments:
Post a Comment