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Tuesday, July 7, 2009

जूता..

शादी में साली
जीजा के जूते छिपाती है
और शादी के बाद पत्नि
रोज जूते लगाती है
झगडा हो मुहल्ले मेँ तो
जूता चलता है
दफ्तर की फाइल पर
चाँदी का जूता चलता है
जूता आदमी की हर मुसीबत को भुनाता है
इसलिए तो आदमी
मौका मिलते ही जूते चुराता है

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