ये जीवन है
इस जीवन का यही है रंग रूप...
फूल खिलाने वाली तबस्सुम ग्लैमर की चकाचौंध के पीछे छिपे स्याह अँधेरे का अकेला उदाहरण नहीं है। हमेशा सुर्ख़ियों की रौशनी में रहने वाले लोग जब लाइम लाइट से दूर हो जाते हैं तो ऐसे ही गुमनामी के अंधेरों में अपने अस्तित्व की तलाश में हाथ-पांव मारते हैं
मनमोहक मुस्कराहट, चुलबुली अदाओं, बड़ी-बड़ी आँखों और हंसने पर गालों पर प्यारे से गड्डे बनने वाले चेहरे वाली शख्सियत का एक फ्राड डाक्टर के ऐड में दिखाई देना उस हकीकत को बयां करता है जो दिखाई नहीं देती।
बहरहाल, टीवी स्क्रीन की इस बेहतरीन हस्ती को हमारी शुभकामनायें।
अनिल
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