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Tuesday, August 17, 2010

शब्दों का महोत्सव हुआ गांधीशांति प्रतिष्ठान में


संदर्भःपुस्तक-लोकार्पण-


दिनांक-16 अगस्त


स्थान-गांधीशांति प्रतिष्ठान


आईटीओ,नई दिल्ली

राजधानी के तमाम छोटे-बड़े साहित्यकार जुटे थे। मौका था पंडित सुरेश नीरव की ताजा-ताजा छपी पुस्तक सर्वतोष प्रश्नोत्तर शतक के लोकार्पण का। मंच पर आसीन थे डाक्टर रामगोपाल चतुर्वेदी। पद्मभूषण डाक्टर विंदेश्वर पाठक।पंडित सुरेश नीरव,ओंकारेश्वर पांडेय, डाक्टर अमरनाथ अमर,प्रोफेसर बलदेव वंशी। और डाक्टर मधु चतुर्वेदी। समारोह संयोजक रजनीकांत राजू ने संस्था की ओर से अतिथियों का स्वागत किया। आधार आलेख बलदेव वंशी ने पढ़ा। इसके बाद संपादकीय वक्तव्य अपनी चिर-परिचित मुद्रा में पंडित सुरेश नीरव ने दिया और निशांत केतु के रोचक अर्थविश्लेषण से समारोह को शब्दों का महोत्सव बना दिया। इसके बाद डाक्टर विंदेश्वर पाठक ने साहित्यकारों को सम्मानपूर्वक पुरस्कृत करने के लिए विक्रमादित्य संस्था के गठन की घोषणा की और इसके दायित्व निर्वहन के लिए श्री नीरव से आग्रह किया। संडेइंडियन के संपादक औंकारेश्वर पांडेय ने पुस्तक की प्रासंगिकता को रेखांकित किया तो वहीं दूरदर्शन के डाक्टर अमर नाथ अमर ने समकालीन चिंता और चिंतन के परिवेश में ऐसी पुस्तकों के आने को एक नई शुरुआत बताया। अध्यक्ष की आसंदी से बोलते हुए डाक्टर रामगोपाल चतुर्वेदी ने प्रश्नोत्तरशैली में साहित्यिक पुस्तकों के आने को एक शुभ संकेत बताया। और इसकी शुरुआत का श्रेय पंडित सुरेश नीरव को दिया। समारोह का संचालन अरविंद पथिक ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डाक्टर मधु चतुर्वेदी ने किया। इस अवसर पर चुनिंदा कवियों ने कवितापाठ भी किया जिसमें पुरुषोत्तम नारायण सिंह,सुरेन्द्र चतुर्वेदी, सत्यप्रकाश,पुष्पा सिंह आदि उल्लेखनीय हैं।
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