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Sunday, October 10, 2010

आज काफी लंबे समय के बाद लोकमंगल को देखने का अवसर मिल पाया है। अब इसके नए-नए, सुखद, धुले-धुले, नयनाभिराम रूप को देखकर मन को अति प्रसन्नता हुई। इसके लिए भाई पं. सुरेश नीरव जी को बहुत-बहुत बधाई, शुभकामनाएं। चलो, आखिर आपने ये काम करके पहले वाली अराजकता वाली स्थिति को खत्म किया है।
पं. जी मैं आज आपको और लोक मंगल परिवार के समस्त सदस्यों को नवरात्रि, दुर्गा अष्टमी व दशहरा की ढेरों शुभकामनाएं भी देता हूं।
प्रदीप शुक्ला
09868110866

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