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Saturday, October 16, 2010

असत्य पर सत्य की विजय

संदर्भःदशहरा-
भारतवर्ष त्यौहारों का देश है। साल में जितने त्यौहार हमारे देश में होते हैं उतने दुनिया के किसी देश में नहीं होते.। दशहरा उसी क्रम में एक बहुत महत्वपूर्ण त्यौहार है। अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरे का पर्व मनाया जाता है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है. इसीलिये इस दशमी को विजयादशमी के नाम से जाना जाता है. दशहरा वर्ष की तीन अत्यन्त शुभ तिथियों में से एक है, अन्य दो हैं चैत्र शुक्ल की एवं कार्तिक शुक्ल की प्रतिपदा. इसी दिन लोग नया कार्य प्रारम्भ करते हैं, शस्त्र-पूजा की जाती है. प्राचीन काल में राजा लोग इस दिन विजय की प्रार्थना कर रण-यात्रा के लिए प्रस्थान करते थे. विजया दशमी का पर्व दस प्रकार के पापों- काम, क्रोध, लोभ, मोह मद, मत्सर, अहंकार, आलस्य, हिंसा और चोरी के परित्याग की सद्प्रेरणा प्रदान करता है..
जयलोकमंगल के सभी साथियों को विजया दशमी की शुभकामनाएँ
अरविंद पथिक
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