कल हम लोग दशहरा मनाएंगे और रावन को जलाएंगे
लेकिन क्या कभी किसी न सोचा है की समाज की इन रावनो को कब जलाएंगे
जो हमारे समाज को हमारे देश को हमको आपको और हर किसी को नुकसान पंहुचा रहा है
रावन में कितनी अचैयेअ थी और कितना बड़ा पडिंत था हमको बताने की जरूरत नहीं है
हम सब मिल कर अपने अंदर के रावन को मार डालेंगे तभी हम सच मायने में दशहरा मना पाएंगे
आप सभी को दशहरा किस शुभकामनाये
अवनीश श्रीवास्तव
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