जीवेम शरदः शतम
आज हमारे दार्शनिक मित्र जिनके कथ्य में बकौल अरविंद पथिक प्लेटो की गहराई है,बड़ी धूमधाम से वर्षगांठ आई है। जयलोकमंगल की ओर से उन्हें शतशः बधाई है। वह निरंतर प्रगति के मार्ग पर अग्रसर हों,यशस्वी हों और दीर्घायु हों.. मैं प्रार्थनाभाव से यही कहूंगा कि-
आयुष्मान भवशुभाकांक्षी
पंडित सुरेश नीरव
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