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Sunday, December 19, 2010

रचना कोष बढ़ा

जयलोकमंगल में श्री बी.एल.गौड़-जैसे साहित्यमनीषियों के जुड़ने से यकीनन ब्लॉग के रचनाकोष में  सृजनात्मक वृद्धि हुई है। यह इस बात का प्रमाण है कि जयलोकमंगल की लोकप्रियता बेमिसाल है। इसमें जितने लोग लिखते हैं उससे हजार गुणा ज्यादा लोग इसे चाव से रोज़ पढ़ते भी हैं। श्री गौड़ साहब का स्वागत करते हुए हमें खुशी है।
डॉक्टर प्रेमलता नीलम,दमोह,मध्यप्रदेश

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