यह मंच आपका है आप ही इसकी गरिमा को बनाएंगे। किसी भी विवाद के जिम्मेदार भी आप होंगे, हम नहीं। बहरहाल विवाद की नौबत आने ही न दैं। अपने विचारों को ईमानदारी से आप अपने अपनों तक पहुंचाए और मस्त हो जाएं हमारी यही मंगल कामनाएं...
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Sunday, January 30, 2011
आपके आशीर्वचन
आपके आशीर्वचन को अपने अन्तः में धारण करता हूँ और आप सबके चरण स्पर्श करता हूँ। आप सबके प्रति आभार व्यक्त करते हुए-
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