
आज बहुत दिनों बाद ब्लॉग पर आने का संयोग बना। बहुत से नए लोगों के आगमन का अहसास हुआ। और काफी रोचक सामग्री से रू-ब-रू होने का मौका भी मिला। श्री बी.एल. गौडसाहब की रचना बेहद सारगर्भित है। और योगीजी का संगीत पर आलेख भी बहुत ज्ञानवर्धक है। श्री हंसजी ने आस्था और प्रेम की सुंदर व्याख्या की है। श्री अभिषेक मानव की टिप्पी भी अर्थवान है। गणतंत्र दिवस की सभी जयलोकमंगल के साथियों को दिली मुबारकबाद॥
मधु मिश्रा
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