सुप्रसिद्ध साहित्यमर्मज्ञ एवं न्यायविद डॉक्टर रामगोपाल चतुर्वेदी आज की पीढ़ी के उन शीर्षस्थ तत्वचिंतकों में से है जिन को पढ़ना या सुनना ज्ञान के अथाह सागर में डुबकी लगाना है। उत्तरप्रश्नोपनिषद में पंडित सुरेश नीरव ने चतुर्वेदीजी से साहित्य,कला,संस्क़ति और दर्शन-जैसे गूढ़ विषयों पर एक-सौ-एक प्रश्न पूछे हैं। इसलिए इसे उत्तर प्रश्नोपनिषद कहा गया है। यानीकि आज का प्रश्नोपनिषद। पुस्तक का पूर्वकथन इस दौर की सर्वाधिक विदुषी चेतना डॉक्टर मधु चतुर्वेदी ने लिखा है। किताबों की भीड़ में यह पुस्तक अपनी एक अलग पहचान के साथ याद की जाएगी। 160 पृष्ठ की हार्ड बांउंड इस पुस्तक का मुल्य तीनसौ रुपए है। और इसे निर्मल पब्लिकेशंस ने प्रकाशित किया है।
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