Search This Blog

Tuesday, February 1, 2011

प्रिय नीरव जी
बाल विकास भारती के कार्य के  लिए१५ दिनों के लिए लम्बी यात्रा - भोपाल, बंगलूरू , हैदराबाद , आगरा, अलीगढ और अल्लाहाबाद - जा रहा हूँ,.
बाल विकास भारती की वैबसाईट  है : http://sites.google.com/site.baalvikaas
इसमें आपको बाल विकास की पर्याप्त जानकारी मिलेगी..
मेरा अधिकांश समय और संसाधन इसी के कार्यों में लगते है  अत: आपके कार्य के साथ जुड़ने में अच्छा लगते हए भी मैं जितना करना चाहिए उतना नहीं कर पाता हूँ..
आपका ब्लॉग मुझे अपने विचार प्रस्तुत करने का एक विद्वद मंच देता है जिसका मैं स्वागत करता हूँ. और आपको धन्यवाद ..

मेरी समझ  में सामान्य भारतीय वृद्ध तो निष्क्रिय हो गया है, या कर दिया गया है
 युवा तो भोगवाद में डूब रहा है और उसे उसमें आनंद आ रहा है..
केवल बालक  बालिकाएं बचे हैं जिन्हें बचाया जा सकता है और वे ही भारतीय संस्कृति को  बचा सकेंगे अन्यथा मानवों का भारत तो डूब जाएगा और राक्षसी इंडिया  बचेगा..
बाल विकास भारती इन्हीं बालकों को बचाने में प्रयास रत है..

शुभ कामनाएं ...
विश्व मोहन तिवारी

No comments: