श्री नीरवजी ने बड़ी बेहतरीन जानकारी दी है कि २८० लाख करोड़ भारतीय मुद्रा स्विस बैंक में देश के भ्रष्ट लोगोन ने ६५ वर्ष में जमा कर दी है। ऐसी ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए मैं उनको बधाई देता हूँ।
हीरा लाल पाण्डेयजी की पोस्ट -मिश्र को कुछ नहीं हासिल होनेवाला । बहुत अच्छा बात कही है । आपको बहुत-बहुत बधाई।
डा० नागेश पाण्डेयजी ने अपनी कविता के जरिये कहा है-प्रणय-कथा अब कौन कहेगा। कविता बहुत बेहतरीन एवं ज्ञानवर्धक है। आपको बधाई।
अभिषेक मानवजी ने कहा है कि कहीं अपना शोषण आप खुद ही तो नहीं कर रहे। अच्छी पोस्ट। बधाई।
अमित विकास हंसजी का व्यंग्य -युगवाणी-२ बहुत ही सुन्दर है। आपको बहुत- बहुत बधाई.
भगवान सिंह हंस
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