यह मंच आपका है आप ही इसकी गरिमा को बनाएंगे। किसी भी विवाद के जिम्मेदार भी आप होंगे, हम नहीं। बहरहाल विवाद की नौबत आने ही न दैं। अपने विचारों को ईमानदारी से आप अपने अपनों तक पहुंचाए और मस्त हो जाएं हमारी यही मंगल कामनाएं...
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Wednesday, March 16, 2011
होली के रंग में गिर जाते हैं
चले आओ जहां हो होली आ गई मेरे गोद लिए बापू नदारद हैं। पता नहीं कहां टल्ली हुए पड़े होंगे। अपने इकलौते बेटे की जरा भी परवाह नहीं,जब बापू आएंगे हम तभी होली मनाएंगे.. इशुमानव
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