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Friday, April 22, 2011

कुछ प्रश्न

आदरणीय श्री  नीरवजी मैं आपसे निम्न प्रश्नों का उत्तर पूछना चाहता हूँ-   

प्रश्न -१-भगवान किसे कहते हैं. भगवान का स्वरूप क्या है. समाज में पुरातन से लेकर आज तक मुख्यरूप से दो भक्तिधाराएं बहती हैं -एक निराकार और दूसरी साकार. साकार के अनुयायी ज्यादा हैं और निराकार के कम, क्यों . आज मनुष्यमात्र  में भगवान के  प्रति  आस्था का ह्रास हुआ  है. ऐसा क्यों.


प्रश्न -2-   आचरण और व्यवहार में कितनी  सन्निकता है. क्या ये अनुवांशिक  हैं. समाज में इनकी मौलिकता का स्वरूप क्या  है.  

भगवान  सिंह  हंस

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