आदरणीय कर्नल चतुर्वेदीजी प्रणाम. कर्नल साहब! मेरा प्रश्न म्रत्यु होने से नहीं है और नाहीं उसके लिए किसी डा० के द्वारा मृत घोषित करने की आवश्यकता है और नाहीं उसके लिए किसी डा० के प्रमाणपात्र की जरूरत है. प्रश्न -म्रत्यु क्या है? कहीं इससे बहुत परे की बात है जो इन आँखों से नहीं दिखाई देती है और नाहीं तनिक विश्लेषण करने /सोचने से समझ में आती है. म्रत्यु क्या है? के सटीक संज्ञान हेतु शब्दऋषि पंडित सुरेश नीरवजी द्वारा व्यक्त/लिखित मीमांसा जो उनहोंने इसके उत्तर में ३०-५-२०११ को की है, का विश्लेषण करके देखिए, शायद अमुक प्रश्न का उत्तर मिल जाएगा. मेरे नमन. जय लोकमंगल.
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