यह युगों युगों तक गूजेंगा जो गीत सुनाऊंगा तुमको
यों तो ज्योंही प्रेरणा मिले मैं गीत गुनगुना लेता हूँ
अपने अंतस की वाणी से ओठों को बहला लेता हूँ
धर्ता कदमो पर कदम चला जाता यों ही अपने पथ पर
जो मोह मुझे छलने आते, उनपर न डालता एक नजर
अपने ही भावो पर उड़ता ऊंचाई हो, गहराई हो
मेरा मस्तक ऊँचा रहता, केसी भी आफत आई हो
मेरी न विश्व मैं मंजिल है, हर कठिन किनारा पथ मेरा
तूफ़ान भरे है मुझमें ही, तूफानी सागर रथ मेरा
तूफानों की ज्वाला मैं दमकाया है जीवन कुंदन को
ये युगों युगों तक गूंजेगा जो गीत सुनाऊंगा तुमको
(क्रमश)
यों तो ज्योंही प्रेरणा मिले मैं गीत गुनगुना लेता हूँ
अपने अंतस की वाणी से ओठों को बहला लेता हूँ
धर्ता कदमो पर कदम चला जाता यों ही अपने पथ पर
जो मोह मुझे छलने आते, उनपर न डालता एक नजर
अपने ही भावो पर उड़ता ऊंचाई हो, गहराई हो
मेरा मस्तक ऊँचा रहता, केसी भी आफत आई हो
मेरी न विश्व मैं मंजिल है, हर कठिन किनारा पथ मेरा
तूफ़ान भरे है मुझमें ही, तूफानी सागर रथ मेरा
तूफानों की ज्वाला मैं दमकाया है जीवन कुंदन को
ये युगों युगों तक गूंजेगा जो गीत सुनाऊंगा तुमको
(क्रमश)
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