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Thursday, May 19, 2011


आदमी ने चील से पूछा तुम आकाश में सफलतापूर्वक इतनी ऊंचाई तक कैसे उड़ लेती हो।
क्योंकि मैं अनजान ऊंचाईयों का खुली बाहों और निगाहों से हमेशा स्वागत करती हूं। चील ने कहा।
पंडित सुरेश नीरव

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