मधुशाला की मधुशाला
आशंकाओं की हाला से
भरा हुआ जीवन प्याला
प्रियतम कैसे कहूँ तुझे
मै आशंकित साकी बाला
कैसे होगा प्रणय निवेदन
लब लोचन आशंकित हैं
आशंका के अवनि अम्बर
आशंका की मधुशाला
घनश्याम वशिष्ठ
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