साहित्यशिरोमणि पंडित दामोदर दास चतुर्वेदी स्मृति सम्मान २०११ से आजाद भवन सभागार नई दिल्ली में दिनांक १६-८-२०११ को अखिल भारतीय भाषा साहित्य समेलन के द्वारा श्री हीरालाल पाण्डेय , श्री ज्ञानेंद्र चतुर्वेदी और यशवंत सिंह आदि को उनके साहित्यिक, सामाजिक एवं पत्रकारिता के विशिष्ट एवं अप्रितम अवदान के लिए अलंकृत किया गया.
पंडित सुरेश नीरवजी प्रतिवर्ष अपने पिताश्री दादा चतुर्वेदीजी का जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम से इसी तरह
मनाते हैं.
इससे विदित होता है कि उनकी अपने पिताश्री के प्रति कितनी समर्पित पुत्रत्व भावना है जिसका पालन हम सब को भी करना चाहिए. पिता के इस स्मृति अनुष्ठान से यही शिक्षाप्रद है. मैं ऐसे पिताश्री को ही नहीं बल्कि ऐसे. पुत्रश्री को भी बार-बार नमन करता हूँ. जय लोकमंगल.
पंडित सुरेश नीरवजी प्रतिवर्ष अपने पिताश्री दादा चतुर्वेदीजी का जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम से इसी तरह
मनाते हैं.
इससे विदित होता है कि उनकी अपने पिताश्री के प्रति कितनी समर्पित पुत्रत्व भावना है जिसका पालन हम सब को भी करना चाहिए. पिता के इस स्मृति अनुष्ठान से यही शिक्षाप्रद है. मैं ऐसे पिताश्री को ही नहीं बल्कि ऐसे. पुत्रश्री को भी बार-बार नमन करता हूँ. जय लोकमंगल.
No comments:
Post a Comment