मित्रों हिंदी का पितृपक्ष यानी कि हिंदी पखवाडा चल रहा है पर क्या आपने विचार किया है कि ये हिंदी दिवस १४सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है? यदि कोई विद्वान जानता हो तो मुझे भी बताये।पर एक बात मैं आपको बता सकता हूं कि १४ सितंबर १८५७ को अंग्रेजों ने पुनः लालकिले पर कब्जा कर लिया था यानी प्रथम स्वतंत्रता की पराजय का प्रथम चरण इसी दिन संपन्न हुआ था।
सोचने की बात यह है कि हमारे राष्ट्रीय प्रतीक चाहे वह हमारा राष्ट्रगान वह ज़ार्ज़ पंचम का स्तुति-गान और हमारा संविधान विश्व भर के संविधानों की नकल के बाबज़ूद लाचार क्यों हैॉ
पुनः नीरव जी का हौसला अफज़ाई के लिए धन्यबाद।
अरविंद पथिक
9910416496
No comments:
Post a Comment