११फरवरी १९७२ को ग्राम बडागांव जनपद शाहजहांपुर उ०प्र० मे जन्म।
पिता श्री चंद्रमोहन अग्निहोत्री प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक .
प्रारंभिक शिक्षा
दीक्षा बडागांव,पुवायां तथा शाहजहांपुर में हुई।१९९४ में दिल्ली नगर निगम की सेवा में अध्यापक के पद पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली आ गया।
रुहेलखंड विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में स्नातकोत्तर करने के पश्चात,चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ से
वाणिज्य में भी स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की।
बचपन से ही पं०रामप्रसाद बिस्मिल,अशफाक उल्ला खां तथा ठाकुर रोशनसिंह के बारे में सुन-सुनकर राष्ट्रीयभावना
का संचार होता गया ।हिंदी काव्यमंचों की ओजस्वी परंपरा का लोकप्रिय कवि.
प्रकाशन-----
प्रथम रचना एक बाल कहानी थी जो कानपुर से प्रकाशित होने वाली एक पत्रिका मे प्रकाशित हुई थी।
प्रथम काव्यसंग्रह----मैं अंगार लिखता हूं(हिंदी अकादमी,दिल्ली) के सहयोग से वर्ष १९९८ में पांडुलिपि प्रकाशन,नईदिल्ली द्वारा प्रकाशित),विमोचन सुप्रसिद्ध साहित्यकार राजेंद्र अवस्थी,रामशरण गौड द्वारा।-
दूसरी कृति के रूप----अक्षांश अनुभूतियों के(गीत संग्रह)सापेक्ष प्रकाशन वर्ष २००२,विमोचन डा०कर्णसिंह।
तृतीय कृति के रूप मे----बिस्मिल चरित(पं०रामप्रसाद बिस्मिल के जीवन पर आधारित महाकाव्य)प्रकाशन वर्ष२००६
विमोचन-डा०साहिबसिंह वर्मा।
कादंबिनी,गगनांचल आदि प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं मे रचनाएं प्रकाशित।
आकाशवाणी,दूरदर्शन एवं प्राइवेट चैनलों से अनेक बार काव्यपाठ।
१८५७ के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के जीवन पर आधारित रेडियो नाटकों की श्रंखला के लिए १२ नाटकों का आकाशवाणी की राष्ट्रीय प्रसारण सेवा हेतु लेखन।
आकाशवाणी की राष्ट्रीय प्रसारण सेवा हेतु अनेक जाने-माने साहित्यकारों का साक्षात्कार।
अनेक पत्र-पत्रिकाओं के संपादन में सहयोग।
सम्मान-पुरस्कार-----
वर्ष २००२ में अखिल भारतीय भाषा साहित्य सम्मेलन का" साहित्य श्री पुरस्कार",बंगलौर में।
विभिन्न गैरसरकारी संस्थाओं के१००के करीब पुरस्कार -सम्मान।
पं०रामप्रसाद बिस्मिल फाउंडेशन का संस्थापक राष्ट्रीय महासचिव।
संप्रति-----शिक्षा निदेशालय दिल्ली में टी०जी०टी०(अंग्रेजी) के पद पर कार्यरत।
निवास---सैक्टर ४बी,१०४८--वसुंधरा,गाज़ियाबाद,उ०प्र०२०१०१२ ।
मोबाइल--९९१०४१६४९६
पिता श्री चंद्रमोहन अग्निहोत्री प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक .
प्रारंभिक शिक्षा
दीक्षा बडागांव,पुवायां तथा शाहजहांपुर में हुई।१९९४ में दिल्ली नगर निगम की सेवा में अध्यापक के पद पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली आ गया।
रुहेलखंड विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में स्नातकोत्तर करने के पश्चात,चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ से
वाणिज्य में भी स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की।
बचपन से ही पं०रामप्रसाद बिस्मिल,अशफाक उल्ला खां तथा ठाकुर रोशनसिंह के बारे में सुन-सुनकर राष्ट्रीयभावना
का संचार होता गया ।हिंदी काव्यमंचों की ओजस्वी परंपरा का लोकप्रिय कवि.
प्रकाशन-----
प्रथम रचना एक बाल कहानी थी जो कानपुर से प्रकाशित होने वाली एक पत्रिका मे प्रकाशित हुई थी।
प्रथम काव्यसंग्रह----मैं अंगार लिखता हूं(हिंदी अकादमी,दिल्ली) के सहयोग से वर्ष १९९८ में पांडुलिपि प्रकाशन,नईदिल्ली द्वारा प्रकाशित),विमोचन सुप्रसिद्ध साहित्यकार राजेंद्र अवस्थी,रामशरण गौड द्वारा।-
दूसरी कृति के रूप----अक्षांश अनुभूतियों के(गीत संग्रह)सापेक्ष प्रकाशन वर्ष २००२,विमोचन डा०कर्णसिंह।
तृतीय कृति के रूप मे----बिस्मिल चरित(पं०रामप्रसाद बिस्मिल के जीवन पर आधारित महाकाव्य)प्रकाशन वर्ष२००६
विमोचन-डा०साहिबसिंह वर्मा।
कादंबिनी,गगनांचल आदि प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं मे रचनाएं प्रकाशित।
आकाशवाणी,दूरदर्शन एवं प्राइवेट चैनलों से अनेक बार काव्यपाठ।
१८५७ के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के जीवन पर आधारित रेडियो नाटकों की श्रंखला के लिए १२ नाटकों का आकाशवाणी की राष्ट्रीय प्रसारण सेवा हेतु लेखन।
आकाशवाणी की राष्ट्रीय प्रसारण सेवा हेतु अनेक जाने-माने साहित्यकारों का साक्षात्कार।
अनेक पत्र-पत्रिकाओं के संपादन में सहयोग।
सम्मान-पुरस्कार-----
वर्ष २००२ में अखिल भारतीय भाषा साहित्य सम्मेलन का" साहित्य श्री पुरस्कार",बंगलौर में।
विभिन्न गैरसरकारी संस्थाओं के१००के करीब पुरस्कार -सम्मान।
पं०रामप्रसाद बिस्मिल फाउंडेशन का संस्थापक राष्ट्रीय महासचिव।
संप्रति-----शिक्षा निदेशालय दिल्ली में टी०जी०टी०(अंग्रेजी) के पद पर कार्यरत।
निवास---सैक्टर ४बी,१०४८--वसुंधरा,गाज़ियाबाद,उ०प्र०२०१०१२ ।
मोबाइल--९९१०४१६४९६
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