यह मंच आपका है आप ही इसकी गरिमा को बनाएंगे। किसी भी विवाद के जिम्मेदार भी आप होंगे, हम नहीं। बहरहाल विवाद की नौबत आने ही न दैं। अपने विचारों को ईमानदारी से आप अपने अपनों तक पहुंचाए और मस्त हो जाएं हमारी यही मंगल कामनाएं...
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Friday, October 21, 2011
मेरे प्रथम काव्य संग्रह "मैं अंगार लिखता हूं" का विमोचन करते सुविख्यात कथाकार राजेंद्र अवस्थी ,मध्य में हैं डा०रामशरण गौड,सचिव हिंदी अकादमी दिल्ली।
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