संदर्भः आजाद हिंद फौज का गठन
देश की आजादी में आजाद हिंद फौज का अहम रोलव रहा है। अगर आजाद हिंद फौज न होती तो ब्रिटिश शासित तीनों सेनाओं में हड़तालें नहीं होती जिसने कि फिरंगी सरकार की रीढ़ की हड़्डी ही तोड़ दी और उन्हें मजबूर होकर भारत छोड़ने का फैसला करना पड़ा। भले ही क्रेडिट अहिसा को मिली हो मगर आजाद हिंद फौज और भगतसिंह-आजाद और बिस्मिल की कुर्बानियों को कौन नकार सकता है। रासबिहारी बोस की संगठन क्षमता और सुभाष बाबू के चुंबकीय व्यक्तित्व ने हवाओं में जयहिंद का जयघोष गुंजा दिया। आजाद हिंद फौज के गठन पर आपने अच्छी जानकारी दी है। पथिकजी,बधाई....
-----------------------------------------------------------------------------------------------------सम्मतिःसुरेश नीरव
देश की आजादी में आजाद हिंद फौज का अहम रोलव रहा है। अगर आजाद हिंद फौज न होती तो ब्रिटिश शासित तीनों सेनाओं में हड़तालें नहीं होती जिसने कि फिरंगी सरकार की रीढ़ की हड़्डी ही तोड़ दी और उन्हें मजबूर होकर भारत छोड़ने का फैसला करना पड़ा। भले ही क्रेडिट अहिसा को मिली हो मगर आजाद हिंद फौज और भगतसिंह-आजाद और बिस्मिल की कुर्बानियों को कौन नकार सकता है। रासबिहारी बोस की संगठन क्षमता और सुभाष बाबू के चुंबकीय व्यक्तित्व ने हवाओं में जयहिंद का जयघोष गुंजा दिया। आजाद हिंद फौज के गठन पर आपने अच्छी जानकारी दी है। पथिकजी,बधाई....
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