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Wednesday, November 30, 2011

कलम और वाणी के इस ज़ादूगर की लोकप्रियता एवं व्यवहार कुशलता का भी परिचायक है।

मनन और अंकिता को सुखद वैवाहिक जीवन की बधाइयां देते हुये नीरवजी के पराक्रम और संयम को प्रणाम करता हूं।किसी भी  पिता के लिये पुत्र के परिणय का अवसर जहां एक तरफ दायित्व मुक्ति अहसास है वहीं नई पीढी के प्रति विश्वास का भी परिचायक है।जिस भारतीय परंपरा एवं समसायिक आधुनिकता का समन्वय इस समारोह मे मिला वह निश्चित रूप से सराहनीय व अनुकरणीय है।उल्लेखनीय है कि पं० सुरेश नीरव जी किसी राजनैतिक पार्टी से संबद्ध नहीं हैं पर जिस तरह से सपा,बसपा,भाज़पा व कांग्रेस समेत तमाम राजनैतिक पार्टी के सांसद व मंत्रियों ने इस समारोह में शिरकत की वह कलम और वाणी के इस ज़ादूगर की लोकप्रियता एवं व्यवहार कुशलता का भी परिचायक है।
अंत में मैं नीरव जी ने बकौल डा० गंगेश गुंजन जो भाव मेरे प्रति व्यक्त किये उसके लिये मैं धन्यवाद व्यक्त करते हुये उनके इस विश्वास को बनाये रखने का हर संभव प्रयास करूंगा।
अरविंद पथिक

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