गजल के बेताज बादशाह नही रहे ---
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क्या कहें ,क्या लिखे ..,
अदम जी ,अब हमारे
बीच नहीं हैं ---
मगर उनका लेखन
सदा जीवित रहेगा ---
दो काव्य संग्रह ---
1dhrti की सतह पर ////
२समय से मुठभेड़
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के साथ ही उनकी ये पंक्तिया
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काजू भुने प्लेट में
विस्की गिलास मे'
उतरा है रामराज
विधायक निवास में
जनता के पास एकही
चारा है बगावत
यह बात कह रहा हूँ .
मैं होशो -हवास में------
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विनम्र श्रदांजली -------------
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प्रकाश प्रलय कटनी -----------
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क्या कहें ,क्या लिखे ..,
अदम जी ,अब हमारे
बीच नहीं हैं ---
मगर उनका लेखन
सदा जीवित रहेगा ---
दो काव्य संग्रह ---
1dhrti की सतह पर ////
२समय से मुठभेड़
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के साथ ही उनकी ये पंक्तिया
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काजू भुने प्लेट में
विस्की गिलास मे'
उतरा है रामराज
विधायक निवास में
जनता के पास एकही
चारा है बगावत
यह बात कह रहा हूँ .
मैं होशो -हवास में------
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विनम्र श्रदांजली -------------
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प्रकाश प्रलय कटनी -----------
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