यह मंच आपका है आप ही इसकी गरिमा को बनाएंगे। किसी भी विवाद के जिम्मेदार भी आप होंगे, हम नहीं। बहरहाल विवाद की नौबत आने ही न दैं। अपने विचारों को ईमानदारी से आप अपने अपनों तक पहुंचाए और मस्त हो जाएं हमारी यही मंगल कामनाएं...
Search This Blog
Monday, December 19, 2011
कलम को सलाम
शोभा रस्तोगी
आपकी लघुकथा पढ़कर मन आंसु ओं से भीग गया। नन्हे-नन्हे बच्चों के जिस्म से आपने जीवन के भावुक सत्य को जिस बारीकी से खंगाला है उसके लिए आप की कलम को समाम करता हूं।
पंडित सुरेश नीरव
No comments:
Post a Comment