आचार्य निशांत केतु हिंदी के मूर्धन्य साहित्यकारों में से एक हैं। डेढ़ सौ से अधिक ग्रंथों के रचयिता आचार्टी हिंदी और संस्कृत के विद्वान तो हैं हीं अंग्रेजी पर भी आपका उतना ही अधिकार है। योगाग्नि आपका इस सदी का बेहद विवादास्पद ग्रंथ है जो कामाध्यात्म की एक दुर्लभ कृति है। |
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