श्री बी.एल.गौड़ ,पं .सुरेश नीरव ,हीरालाल पांडे,पथिक ,हंस |
श्री घनश्याम वशिष्ठ |
श्री भगवान सिंह हंस |
श्री सुरेश नीरव कविता पाठ करते हुए एवं रजनी कान्त राजू |
पं.सुरेश नीरव |
श्री बी.एल. गौड़ ,श्री सुरेश नीरव |
खिलने लगी धुप कोहरे का पर्दा कुछ नरम हो गया ।
मकर संक्रांति के अवसर पर हीरा लाल पांडे ने कराया मिलन ।
द्वारिका में किये कवि इकट्टा मनाया भव्य कविसम्मेलन ।
प्रस्तुति
रजनी कान्त राजू
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