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Wednesday, February 15, 2012

कौन है ब्राह्मण


आजकल बड़े अलग अंदाज़ में ब्राह्मण शब्द का प्रयोग किया जा रहा है। सोचिए क्या यह जातिमूलक शब्द है या कि इसकी उत्पत्ति कुछ इस प्रकार से है-
B-Brilliuant
R-Reliable
A-Active
H-Honest
M-Modest
I-Intelligent
N-Noble
जिसमें ये सारे गुण हों मेरे विचार से वही ब्राह्मण है। खाली जन्मजात ब्राह्मण भी सही अर्थों में ब्राह्मण नहीं होता,यदि उसमें ये गुण न हो तो। और जिसमें ये गुण है वह ही ब्राह्मण है। भले ही जाति से न हो। इसीलिए  जाति के आधार पर ब्राह्मण का आरक्षण संभव नहीं है। ब्राह्मणत्व आरक्षण का विषय भी नहीं है।
-पंडित सुरेश नीरव

1 comment:

Dhurvendra Bhadauriya said...

शमो दमस्तप:शौचं क्षान्तिरार्जवमेव च /
ज्ञानं विज्ञानमस्तिक्यम,ब्रह्म कर्म स्वभावजम //[गीता १८ /४२
अर्थात शम[अंत:करण का निग्रह ],दम[इन्द्रिय ,दमन ] शौचं [शुद्धि ] तप [धर्मार्थ कष्ट सहना ],क्षान्ति [क्षमा भाव ]आर्जव [सरलता ]आस्तिक्यम[आस्तिकता ],ज्ञानं [शास्त्र ज्ञान ]विज्ञानम [परमात्म अनुभव ]
जिस व्यक्ति में स्वभाव स्वरूप रहते हैं वह ब्रह्माण है /