आदरणीय हंस जी के सुपत्र को परिणय बेला में अनेकानेक शुभाषीश देते हुये हंस जी के पिताश्री के शीघ्र स्वास्थय लाभ की कामना करता हूं।निजी व्यस्ततओं की वजह से स्थूल रूप से मैं भले ही इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पा रहा परंतु मेरी आत्मिक एवं सूक्ष्म उपस्थिति इस महत आयोजन में अवश्य रहेगी।हंस जी को अनेकानेक बधाइयां।
आत्मीय
अरविंद पथिक
आत्मीय
अरविंद पथिक
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