२८ मार्च २०१२ को भोपाल की साहित्यिक एवं सांस्कृतिक के
साथ -साथ प्रशासनिक यात्रा का भी आनंद लिया । अखिल
भारतीय भाषा साहित्य सम्मलेन की उल्लेखनीय एवं चर्चित
शाम से पूर्व भोपाल के कई महत्व पूर्ण प्रशासनिक एवं राजनितिक
व्यक्तित्वों से मुलाकात हुई ।पंडित सुरेश नीरव के मार्ग दर्शन में
भोपाल का दर्शन एक यादगार दर्शन बन गया ।उस अवसर की कुछ
स्मृतिया प्रस्तुत कर रहा हूँ ।
साथ -साथ प्रशासनिक यात्रा का भी आनंद लिया । अखिल
भारतीय भाषा साहित्य सम्मलेन की उल्लेखनीय एवं चर्चित
शाम से पूर्व भोपाल के कई महत्व पूर्ण प्रशासनिक एवं राजनितिक
व्यक्तित्वों से मुलाकात हुई ।पंडित सुरेश नीरव के मार्ग दर्शन में
भोपाल का दर्शन एक यादगार दर्शन बन गया ।उस अवसर की कुछ
स्मृतिया प्रस्तुत कर रहा हूँ ।
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