आप
सभी मित्रों की दुआओं से आज मेरे ज्येष्ठ पुत्र सृजन का एम्स में ऑपरेशन
हो गया है। तमाम मित्रों ने वहां पहुंचकर मेरा मनोबल बढ़ाया तमाम दोस्तों
ने संदेश देकर और फोन पर बात कर मुझे ढाढस बंधाया मैं इन सबका तो आभारी हूं
ही उस से ज्यादा आभारी उन आत्ममुग्ध मित्रों का भी हूं जो फेस बुक पर
फ्रेंड सिर्फ अपने प्रचार के लिए ही बनते हैं और उन्हें इसके अलावा किसी से
कोई मतलब नहीं। ऐसे नकली और छद्म मित्रों के चेहरे भी सामने आए. रहिमन
विपदा वो भली जो थोड़े दिन की होय।
सभी मित्रों का आभार...
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